दुख की शाम हो या खुशी का सवेरा, सब कुछ कबूल है अगर साथ है तेरा।

210 Views

Mar 28 2024

0

दुख की शाम हो या खुशी का सवेरा,
सब कुछ कबूल है अगर साथ है तेरा।

0 Comments

'); }); }); $(document).ready (function (){ $('#downloadPopup .close').click (function (){ $('#downloadPopup, .modal-backdrop').removeClass ('show'); }); });